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अरुण जाधव- बहुजन विकास आघाडी, नगरसेवक, प्रभाग क्र.५२ वसई विरार शहर महानगरपालिका |
व्यक्ति अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्द होता है। ऐसा ही कुछ नालासोपारा के प्रभाग क्रमांक ५२ के नगरसेवक अरुण जाधव है। प्रभाग में रह रहे जन वाशियों को किसी भी प्रकार से उनकी समस्या को सुलझाने का प्रयत्न करते रहते है। पिता स्व. हरिश्चंद्र जाधव से मिली वसीयत को न सिर्फ विस्तार दिया बल्कि उसे बड़े पैमाने पर पहुचाया। बहुजन विकास आघाडी में आज लगातार ९ वर्षों से अपनी कार्य की प्रतिभा एवं पार्टी के प्रति सलगन्ता दिखा रहे है। अरुण जाधव एक सुलझे शांत और विनम्र किस्म के व्यक्ति है। जाधव अपने ३ भाइयों में सबसे बड़े है।
सामाजिक रूप से अरुण जाधव का नाम अपने गाँव दत्त नगर में मशहूर है। वसई विरार शहर महानगरपालिका में अपनी छवि की ललक को बरकरार रखते हुए उन्होंने वार्ड क्रमांक ५२ से विजय प्राप्त किये। जाधव द्वारा वार्ड में नालासोपारा शहर में तरह तरह के सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन कराते है। अपनी जनता के स्वास्थ्य रखते हुए कई तरह के मेडिकल चेक अप, डाईबिटीज, ब्लड प्रेशर एवं रक्तदान जैसे आयोजन प्रतिवर्ष कराते है।
बाल मित्र मंडल एक ऐसा मंडल जो पूरे नालासोपारा शहर में प्रसिद्द है सैकड़ों कार्यकर्ताओ वाले इस मंडल में गणेशोत्सव को बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। अपने पिता में मिली इस अमानत को जाधव ने इसे आज बहुत बड़ा विस्तार दिया है जहाँ कई तरह के नाट्य मंच, लोगो को सामाजिक सन्देश, नशामुक्ति अभियान और बाल लिंग अपराध जैसे गंभीर मुद्दों पर प्रति वर्ष अपने मंडल के कार्यकर्ताओं के माध्यम से जान सन्देश पहुचाने का प्रयत्न करते है।
इस वर्ष महाराष्ट्र में पड़े सूखाग्रस्त में अपनी मंडल एवं गणेशोत्सव की सारी दान की हुई धनराशि मुख्यमंत्री निधि राहत कोश में जमा की गयी। स्व. हरिश्चंद्र जाधव दत्त नगर के सरपंच हुआ करते थे। उस समय दत्त नगर एक गाँव था। यही अरुण जाधव का जन्म ३० नवंबर १९७५ में हुआ था। शिक्षा में इन्होंने बी.वि. पॉलिटेक्निक कॉलेज से पॉलिटेक्निक की पढाई उत्तीर्ण की। उसके बाद अपने पिता के कार्य का दायित्व संभाला और आज इस मुकाम पर है।
जाधव के पिता ने उन्हें समाज में एकता और भाईचारा बनाये रखने का जो मूल मन्त्र दिया है वो शायद आज सिद्ध है। क्योंकि पिता के मार्ग पर चल कर ही मनुष्य अपनी कामयाबी प्राप्त करता है। अरुण जाधव बहुजन विकास आघाडी के शहर सचिव पद पर भी कार्यरत है। उनके समाज सेवक होने पर उन्हें इस बार पुणे के बाबा भीमराव आंबेडकर हाल साहित्य समता का पुरस्कार प्रदान किया जो कि नालासोपारा शहर वासियों के साथ साथ पालघर जिले के लोगो के लिए भी गौरव की बात है।
इस वर्ष जाधव द्वारा विद्यालय में पढ़ रहे गरीब बच्चों को निःशुल्क पुस्तक एवं बैग वितरण। जिसमे उन्होंने तक़रीबन १५० बच्चों को ये सुविधा मुफ़्त में प्रदान की। साथ ही कई बच्चों को निशुल्क शिक्षा उनके द्वारा प्रदान की जाती है। जाधव कहते है कि सभी लोग आपस में भाईचारा बनाये. एकता हमारी पहचान है उसे न गवाएं. सदैव मिल जुलकर रहे तभी विकास संभव है. जिससे लोगो में जागरूकता फैले और समाज को हम आइना दिखा सके. समाज में कोई न कोई सन्देश दे जिससे आनेवाले कल में हमारी एकता की मिशाल बने. कई ऐसे गंभीर मुद्दे है जो आज भी हमारे समाज में फैले हुए है इसे हमे दूर करना होगा. इसके लिए हम लोगो को साथ आना होगा.
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